बड़ा झटका! RBI के नए नियम से इन 3 प्रकार के बैंक अकाउंट होंगे बैन, जानें पूरा मामला rule of RBI

rule of RBI: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसके अंतर्गत तीन प्रकार के बैंक खातों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। यह नया नियम 7 फरवरी 2025 से लागू होगा। इस नियम का मुख्य उद्देश्य भारतीय बैंकिंग प्रणाली में अधिक पारदर्शिता लाना और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। बैंकों ने सभी ग्राहकों को सूचित करना शुरू कर दिया है और उन्हें आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी है। यह नियम सभी सरकारी और निजी बैंकों पर समान रूप से लागू होगा।

किन खातों पर पड़ेगा प्रभाव

RBI के इस नए फैसले से तीन प्रकार के बैंक खातों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। पहला, वे खाते जिनमें KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है। दूसरा, निष्क्रिय खाते, जिनमें लंबे समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ है। तीसरा, असत्यापित खाते, जिनकी जानकारी अधूरी या गलत है। बैंकों को ऐसे सभी खातों की पहचान करने और उनके खाताधारकों को सूचित करने का निर्देश दिया गया है। ग्राहकों को अपने खातों की स्थिति की जाँच करनी चाहिए और यदि उनका खाता इन श्रेणियों में आता है, तो तुरंत आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए।

KYC अनुपालन नहीं करने वाले खाते

KYC अनुपालन नहीं करने वाले खातों में वे खाते शामिल हैं, जिनके मालिकों ने अभी तक अपने पहचान और पते के प्रमाण जैसे आवश्यक दस्तावेज जमा नहीं किए हैं। RBI ने इन खातों को बैंकिंग प्रणाली के लिए जोखिम माना है, क्योंकि इन खातों का उपयोग अवैध गतिविधियों या धन शोधन के लिए किया जा सकता है। सभी बैंक ग्राहकों को अपना KYC अपडेट करना अनिवार्य है, जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट जैसे पहचान प्रमाण और बिजली बिल, टेलीफोन बिल जैसे पते के प्रमाण शामिल हैं। यदि आपने अभी तक अपना KYC अपडेट नहीं किया है, तो जल्द से जल्द अपने बैंक की शाखा में जाकर इसे पूरा करें।

निष्क्रिय या डॉर्मेंट खाते

निष्क्रिय या डॉर्मेंट खातों में वे खाते आते हैं, जिनमें पिछले दो साल या उससे अधिक समय से कोई लेन-देन नहीं हुआ है। ऐसे खातों को RBI ने जोखिम की श्रेणी में रखा है, क्योंकि ये अक्सर बिना निगरानी के रह जाते हैं और इनका दुरुपयोग हो सकता है। इसके अलावा, ऐसे खातों पर बैंकों को अतिरिक्त प्रबंधन लागत वहन करनी पड़ती है। यदि आपका खाता निष्क्रिय है, तो आप इसे सक्रिय करने के लिए कुछ बुनियादी लेन-देन कर सकते हैं, जैसे पैसे जमा करना या निकालना, या बैंक को लिखित रूप से अनुरोध भेज सकते हैं।

असत्यापित खाते

असत्यापित खातों में वे खाते शामिल हैं, जिनकी सत्यापन प्रक्रिया अधूरी है या जिनमें गलत जानकारी दी गई है। ये खाते भी बैंकिंग प्रणाली के लिए जोखिम पैदा करते हैं और धोखाधड़ी का कारण बन सकते हैं। बैंक ऐसे खातों की पहचान करके उनके मालिकों से संपर्क कर रहे हैं। यदि आपका खाता इस श्रेणी में आता है, तो आपको तुरंत अपनी जानकारी अपडेट करनी चाहिए और सही विवरण प्रदान करना चाहिए। इसके लिए आप अपने बैंक की शाखा में जाकर या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से अपनी जानकारी अपडेट कर सकते हैं।

खाता बंद होने से बचाने के लिए क्या करें

अगर आपका खाता इन तीन श्रेणियों में से किसी एक में आता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप कुछ सरल कदम उठाकर अपने खाते को बंद होने से बचा सकते हैं। सबसे पहले, अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से अपने KYC दस्तावेज अपडेट करें। दूसरा, यदि आपका खाता निष्क्रिय है, तो इसमें कुछ लेन-देन करें, जैसे पैसे जमा करना या निकालना। तीसरा, यदि आपके खाते की जानकारी अधूरी या गलत है, तो तुरंत इसे सही करें। अगर आपको किसी भी प्रकार की सहायता की आवश्यकता है, तो अपने बैंक की ग्राहक सेवा से संपर्क करें।

RBI के इस निर्णय के फायदे

RBI के इस निर्णय से बैंकिंग प्रणाली में कई सकारात्मक बदलाव आएंगे। सबसे पहले, इससे फर्जी खातों की संख्या में कमी आएगी, जिससे बैंकिंग प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी। दूसरा, ग्राहकों की व्यक्तिगत जानकारी अधिक सुरक्षित होगी, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम होगी। तीसरा, निष्क्रिय खातों का सही उपयोग सुनिश्चित हो सकेगा, जिससे बैंकिंग प्रणाली में कुशलता बढ़ेगी। इसके अलावा, यह कदम धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद करेगा, जिससे बैंकिंग प्रणाली में विश्वास बढ़ेगा।

समय सीमा और अंतिम चेतावनी

RBI ने इस नियम को लागू करने के लिए 7 फरवरी 2025 की तारीख निर्धारित की है। इसका मतलब है कि ग्राहकों के पास अपने खातों को अपडेट करने के लिए पर्याप्त समय है। हालांकि, यह सलाह दी जाती है कि इस कार्य को अंतिम समय तक न टालें और जल्द से जल्द अपने खातों को अपडेट करें। बैंक भी अपने ग्राहकों को पत्र, ईमेल, एसएमएस और फोन कॉल के माध्यम से सूचित कर रहे हैं। अगर आप इस समय सीमा के भीतर अपने खाते को अपडेट नहीं करते हैं, तो आपका खाता बंद हो सकता है और उसमें मौजूद धनराशि को फिर से प्राप्त करने के लिए आपको अतिरिक्त प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ सकता है।

RBI का यह निर्णय बैंकिंग प्रणाली को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि, इससे कुछ ग्राहकों को असुविधा हो सकती है, लेकिन यह बैंकिंग प्रणाली की मजबूती और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। सभी बैंक ग्राहकों से अनुरोध है कि वे अपने खातों की स्थिति की जाँच करें और यदि आवश्यक हो, तो जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाएं। इस प्रकार, हम सभी मिलकर एक सुरक्षित और पारदर्शी बैंकिंग प्रणाली का निर्माण कर सकते हैं।

अस्वीकरण: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। अधिक विस्तृत जानकारी और विशिष्ट निर्देशों के लिए कृपया अपने बैंक या भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से संपर्क करें। लेखक इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय के लिए जिम्मेदार नहीं है।

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